अफगान शरणार्थी शिक्षक अकीला आसिफी ने 2015 का United Nations High Commissioner for Refugees (UNHCR) नानसें रिफ्यूजी पुरस्कार जीता है. अकीला आसिफी एक पूर्व अफगानी शिक्षक है, वह पाकिस्तान के कोट चंदना 1992 में अपने परिवार के साथ काबुल, अफगानिस्तान से भाग आई थी. अकीला आसिफी ने शरणार्थी शिविर में सख्त रूढ़िवादी सांस्कृतिक परंपराओं को पार करते हुए अफगान शरणार्थी लड़कियों का अध्यापन शुरू किया.
नानसें रिफ्यूजी पुरस्कार के बारे में:
- नानसें रिफ्यूजी पुरस्कार 1954 मे प्रारंभ किया गया, यह निडर नार्वे ध्रुवीय अन्वेषक, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और राजनेता Fridtjof Nansen के नाम पर रखा गया है.
- नानसें रिफ्यूजी पुरस्कार असाधारण मानवीय कार्य को महत्त्व देता है.
- नानसें रिफ्यूजी पुरस्कार के रूप मे स्मारक पदक और 100,000 अमेरिकी डॉलर की मौद्रिक पुरस्कार दिया जाता है.
No comments:
Post a Comment