फिजियोलॉजी या चिकित्सा के क्षेत्र में 2015 के नोबेल पुरस्कार
फिजियोलॉजी या चिकित्सा के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार 1901 से दिए जा रहे है. इसी क्रम मे तीन वैज्ञानिकों-फिजियोलॉजी यूयू तू वोन (चीन), सातोशी ओमुरा (जापान) और विलियम कैम्पबेल (आयरलैंड) को 2015 के चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. इन्हे मलेरिया और फ़ीलपाँव के रूप में परजीवी रोगों के खिलाफ शक्तिशाली नई दवाओं के विकास व उनके अग्रणी खोजों के लिए चुना गया है. पुरस्कार विजेता को पुरस्कार, अल्फ्रेड नोबेल की बरसी पर अंकन स्टॉकहोम, स्वीडन में एक औपचारिक समारोह में 10 दिसंबर 2015 को वितरीत किए जाएगे.
सातोशी ओमुरा और विलियम कैम्पबेल
सतोषी ओमुरा एक जापानी बायोकैमिस्ट हैं, जिनका जन्म 12 जुलाई, 1935 को हुआ, सतोषी ओमुरा दवाओं के क्षेत्र में कई माइक्रोऑर्गेनिज्म विकसित किए है. सतोषी ओमुरा अपना पुरस्कार आयरिश बायोकैमिस्ट विलियम सी कैम्पबेल के साथ साझा करेगे. विलियम सी कैम्पबेल का जन्म वर्ष 1930 में हुआ, विलियम सी कैम्पबेल पेशे से बायोकैमिस्ट है. सातोशी ओमुरा और विलियम कैम्पबेल द्वारा खोजे गए माइक्रोऑर्गेनिज्म अंधापन और लसीका फाइलेरिया जैसे कई इलाज के लिए प्रयोग मे लिए जाते है.
यूयू तू वोन
यूयू तू वोन फिजियोलॉजी या चिकित्सा के लिए नोबेल पुरस्कार जीतने के लिए 13 वीं महिला हैं. यूयू तू वोन का जन्म वर्ष 1930 में हुआ, वे एक चीनी चिकित्सा विज्ञानी तथा शिक्षक है. यूयू तू वोन द्वारा मलेरिया के खिलाफ सबसे कारगर दवा आर्टेमिसाइनिन तथा डाईहाइड्रोआर्टेमिसाइनिन खोजी गई, जो दक्षिण एशिया, अफ्रीका तथा दक्षिणी अमेरिका जैसे विकासशील देशों के लोगों के स्वास्थ्य सुधार मे काफी कारगर रही.
2014 के फिजियोलॉजी या चिकित्सा के क्षेत्र के नोबेल पुरस्कार एडवर्ड मोजर, जॉन ओकीफे, मई-ब्रिट मोजर को दिए गए थे. वर्तमान पुरस्कार विजेताओ को पुरस्कार, अल्फ्रेड नोबेल की बरसी पर अंकन स्टॉकहोम, स्वीडन में एक औपचारिक समारोह में 10 दिसंबर 2015 को वितरीत किए जाएगे.
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